फूलों से नाता है उसका
रंगों से उसे प्यार है
रंगों से उसे प्यार है
देर रात तक जागकर
अलसुबह उठने से बेज़ार है
अलसुबह उठने से बेज़ार है
आवाज़ों से उसे मुहब्बत
साज़ों से इकरार है
साज़ों से इकरार है
दिल का रोग लगा उसको
इश्क में गिरफ्तार है
इश्क में गिरफ्तार है
बातों में उसकी जादू -सा
कलम की सरकार है
कलम की सरकार है
हँसती है तो झरते फूल
रोना भी बारम्बार है
रोना भी बारम्बार है
पहाड़ों से उसे आशिकी
समंदर से भी प्यार है
समंदर से भी प्यार है
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