जीवन हर क्षण जीने के लिए है
....और इतिहास? वो कब बनता है?
जब कविता बेचारी ख़ुद तारीख(इतिहास)बन जाती है.....
....और इतिहास? वो कब बनता है?
ReplyDeleteजब कविता बेचारी ख़ुद तारीख(इतिहास)बन जाती है.....
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